नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज राजधानी में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस 2023 समारोह की आधिकारिक शुरुआत की गई। कार्यक्रम ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस की 25 वीं वर्षगांठ के स्मरणोत्सव की शुरुआत का भी संकेत दिया, जो 11 से 14 मई तक होगा।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दोनों ही शामिल हुए।
देश को 5800 करोड़ से अधिक की कई परियोजनाओं की सौगात भी दी गई, जो प्रधानमंत्री ने राष्ट्र को समर्पित की और आधारशिला रखी।
होमी भाभा कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र, जटनी, ओडिशा; टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल, मुंबई का प्लेटिनम जुबली ब्लॉक; और लेजर इंटरफेरोमीटर ग्रेविटेशनल-वेव ऑब्जर्वेटरी-इंडिया (एलआईजीओ-इंडिया), हिंगोली, वे परियोजनाएं हैं जिनके लिए आधारशिला रखी गई थी।
अटल बिहारी वाजपेयी, एक पूर्व प्रधान मंत्री, ने 1999 में वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और प्रौद्योगिकीविदों को सम्मानित करने के लिए राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस की स्थापना की, जिन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत के विकास में योगदान दिया और मई 1998 में पोखरण परीक्षणों को सफल बनाया।
तभी से 11 मई को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाया जाता है।
हर साल इसे सम्मानित करने के लिए एक नई और विशिष्ट थीम का उपयोग किया जाता है। इस वर्ष की थीम ‘स्कूल टू स्टार्टअप्स- इग्नाइटिंग यंग माइंड्स टू इनोवेट’ है।