डिजिटल डेस्क, जयपुर। राजस्थान में चल रहे सियासी उठापटक के बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने निर्वाचित सरकारों को खरीद-फरोख्त के माध्यम से अस्थिर करने का आरोप लगाया है। सीएम गहलोत ने पत्र में कहा कि मुझे नहीं पता कि किस हद तक यह आपकी जानकारी में हैं अथवा आपको गुमराह किया जा रहा है। इतिहास ऐसे कृत्य में भागीदार बनने वालों को कभी माफ नहीं करेगा।
उन्होंने पत्र में आरोप लगाया कि राजस्थान की निर्वाचित सरकार को गिराने का प्रयास हो रहा है और इस षड्यंत्र में एक केंद्रीय मंत्री भी शामिल हैं। कोविड-19 महामारी के इस दौर में जीवन रक्षा ही हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। ऐसे में राजस्थान में चुनी हुई सरकार को गिराने का कुप्रयास किया जा रहा है। इस कृत्य में केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, भाजपा के अन्य नेता एवं हमारी पार्टी के कुछ अति महत्वाकांक्षी नेता भी शामिल हैं।
19 जुलाई को लिखा गया था पत्र
सीएम अशोक गहलोत की ओर से ये पत्र 19 जुलाई को लिखा गया था, जो अभी सामने आया है। गहलोत ने पत्र में मध्यप्रदेश सरकार गिराने का भी जिक्र किया है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में कमलनाथ सरकार भी भाजपा की साजिश की वजह से गिरी थी। गहलोत ने कहा कि कोरोना संकट के बीच हमारी प्राथमिकता जनता की मदद करना हैं, लेकिन राज्य में चुनी हुई सरकार को गिराने की साजिश चल रही है, लेकिन हमारी सरकार सुशासन देते हुए अपना कार्यकाल पूरा करेगी।
मध्यप्रदेश सरकार गिराने के वक्त भी लगे थे आरोप
सीएम गहलोत ने लिखा है कि मुझे इस बात का हमेशा अफसोस रहेगा कि आज जहां आम जनता के जीवन व आजीविका को बचाने की जिम्मेदारी केंद्र व राज्य सरकारों की निरंतर बनी हुई है, उस बीच केंद्र में सत्ता पक्ष कैसे कोरोना प्रबंधन की प्राथमिकता छोड़कर कांग्रेस की राज्य सरकार को गिराने के षड्यंत्र में मुख्य भागीदारी निभा सकता है। उन्होंने पत्र में कहा कि ऐसे ही आरोप पहले मध्य प्रदेश सरकार गिराने के वक्त लगे थे और आपकी पार्टी की देशभर में बदनामी हुई थी। गहलोत ने यह भी लिखा है कि मुझे पूरा विश्वास है कि अंतत: सच्चाई के साथ स्वस्थ लोकतांत्रिक परम्पराओं व संवैधानिक मूल्यों की जीत होगी और हमारी सरकार सुशासन देते हुए अपना कार्यकाल पूरा करेगी।